कंदरिया महादेव मंदिर 

कंदरिया महादेव मंदिर  खजुराहो के पश्चिमी समूह मंदिरों में यह सबसे बड़ा मंदिर है इसकी भव्यता देखते ही बनती है इसका निर्माण चंदेल वंशीय शासक विद्याधर ने किया था और यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है

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 चित्रगुप्त मंदिर

इसे भारत जी का मंदिर भी कहा जाता है यह निरंतर प्रसाद शैली में निर्मित एक मंदिर है | चंदेल वंशी शासको द्वारा 975 ईस्वी में इसका निर्माण करवाया गया था इस मंदिर में सामाजिक दृश्य का चित्रांकन किया गया है|

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 लक्ष्मण मंदिर

यह पंचायतन शैली में बना मंदिर है वर्तमान में इसे देवी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है इसे यशोवर्मन ने बनवाया था जिसके उपनाम लक्ष्य वर्मा के आधार पर लक्ष्मण मंदिर कहा जाता है

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64 योगिनी मंदिर

64 योगिनी मंदिर एक देवी मंदिर है इसे चंदेल कालीन पहले प्रतीक माना गया है जो शक्ति को समर्पित है

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घंटाई मंदिर

 यह यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल के में भगवान ऋषभनाथ को समर्पित एक जैन मंदिर है यहां के स्तंभों में घंटे की आकृति को देखकर लोग इसे घंटाई मंदिर के नाम से जानने लगे |

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पार्श्वनाथ जैन मंदिर

यह मंदिर 22 जैन तीर्थंकर पारसनाथ को समर्पित है मंदिर के चारो तरफ होन्दु और जैन हिन्दू देवी देवता की सुन्दर नक्काशी देख सकते है

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दुलादेव मंदिर

 मुख्यता यह मंदिर शिव को समर्पित है इसकी लोकिकता आपको विमर्श कर देगी उस दौर की अद्भुत कारीगरी आज आशम्भव प्रतीत होता है |

विश्वनाथ मंदिर

यह मंदिर त्रिदेव शिव ब्रह्मा और विष्णु तीनो मुख्या देवता के दर्शन किये जा सकते है|

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वामन मंदिर

यहाँ भगवान विष्णु की  5 फ़ीट की प्रतिमा के दर्शन होते है और विष्णु के सभी अवतारों का सुन्दर चित्रण किया गया है |

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